Google AI Bard : सर्च इंजन मार्केट मे Google लंबे वक्त से दबदबा बनाए हुए है, आज कई सालों के बाद कंपनी को किसी से खतरा महसूसह हुआ है, माइक्रोसॉफ्ट से इस मौके का अच्छी तरह से इस्तेमाल किया और ChatGPT के साथ एक नया Bing सर्च इंजन लॉन्च किया।
अब हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट और ChatGPT को टक्कर देने के लिए Google ने BARD को इन्ट्रोड्यूस किया है, लेकिन इसी के चलते कुछ दिनों पहले Google को भारी नुकसान हो गया, तो वही हम आपको इस आर्टिकल से माध्यम से बताएंगे कि आखिर इतना बाद नुकसान कैसे हुआ और उसके पीछे का कारण क्या था? साथ मे आपको बताएंगे कि इससे माइक्रोसॉफ्ट और ChatGPT कैसे फायदे मे है, ये सारी जानकारी आपको इस पोस्ट के माध्यम से मिलेगा।
ChatGPT को टक्कर देने के लिए Google ने भी अपना AI बेस्ड चैटबोट BARD लॉन्च कर दिया है, गूगल का ये चैटबोट LaMDA पर बेस्ड है, जिसपर कंपनी लंबे समय से काम कर रही है, ऐसे लगता है कि मानो BARD कि लॉन्चिंग कंपनी ने जल्दबाजी मे की है और इसका भारी नुकसान भी कॉम्पनी को उठाना पड़ा है,
बुधवार 8 फरवरी को गूगल कि पैरेंट कंपनी Alphabet के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली है और इस गिरावट कि वजह Google के नए AI BARD को बताया जा रहा है, रेपोर्ट्स के मुताबिक गूगल कि पैरेंट कंपनी BARD कि लौंचीनग के बाद 100 अरब डॉलर (लगभग 8250 अरब रुपए) का नुकसान हुआ और कंपनी की मार्केट वैल्यू 100 अरब डॉलर कम हो गई।
किस वजह से हुआ Google को 100 अरब डॉलर का नुकसान ?
इसकी वजह है google के प्रमोशनल ईवेंट में दी गई गलत जानकारी है, बुधवार को अमेरिकी बाजार में Alphabet के शेयर 9% तक गिर गए। Reuters ने गूगल के प्रमोशनल विडिओ मे गड़बड़ी खोजी थी, जिसके बाद ही कंपनी के शेयर में भारी गिरावट आई।
इस हफ्ते गूगल ने अपना AI चैटबोट BARD लॉन्च किया और इसके प्रमोशनल विडिओ मे BARD से एक सवाल किया गया था, सवाल था " एक 9 साल के बच्चे को जेम्स वेब स्पेस टेलएस्कोप (JWST) कि नई डिस्कवरी के बारे में क्या बताना चाहिए ?"
इसके जवाब में AI बोट्स का जवाब आता है कि "JWTS का इस्तेमाल मिल्की वे के बाहर के ग्रहों कि फोटो लेने में किया जाता है " जो कि एक गलत जवाब है।
क्या करता है JWTS ?
दरअसल जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल ब्रह्मांड के अतीत कि जांच के लिए किया जाता है, इसके काम को 4 भागों में बांटा गया है और इसे हबल टेलीस्कोप का सक्सेसर भी कहा जाता है।
Bard is an experimental conversational AI service, powered by LaMDA. Built using our large language models and drawing on information from the web, it’s a launchpad for curiosity and can help simplify complex topics → https://t.co/fSp531xKy3 pic.twitter.com/JecHXVmt8l
— Google (@Google) February 6, 2023
क्या Microsoft ने हाशिल कर ली बढ़त ?
Google ने Microsoft और Open AI के ChatGPT को टक्कर देने के लिए BARD का ऐलान तो कर दिया, लेकिन इसके बारे मे जायद जानकारी नहीं दी, Google अपने चैटबोट को कब और कैसे कोर सिस्टम मे इन्टीग्रेट करेगा, इस बारे मे कंपनी ने कुछ नहीं बताया है।
बुधवार को गूगल ने इसका प्रेज़न्टैशन तो दिखाया लेकिन उसमें जायदा डिटेल्स नहीं थी, वहीं Microsoft ने ChatGPT को इन्टीग्रेट कर के नया Bing सर्च इंजन लॉन्च कर दिया है।
हालांकि इसपर अभी वैटलिस्ट शो हो रही है, लेकिन Microsoft ने सही वक्त पर Open AI के साथ डील फाइनल कर के Google को टक्कर दे दी है, अब इस पूरे खेल में कंपनी कितने वक्त तक लीड ले पाती है, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर लंबे वक्त के बाद गूगल को अपने ताज पर खतरा महसूसह हो रहा है,
ChatGPT को Open AI ने ही डिवेलप किया है, ये एक कान्वर्सैशनल आर्टफिशल इंटेलिजेंस चैटबोट है, यानि ये चैटबोट आपके सवालों के जवाब बातचीत के तरीके से देता है। पिछले कुछ ही वक्त में ही इस चैटबोट ने काफी पॉपुलैरिटी हासिल कर ली और इसे देखते हुए Microsoft ने Open AI से हाथ मिल लिया और दोनों मिल गए।
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Microsoft को क्या फायदा होगा ?
माइक्रोसॉफ्ट ने Bing को ChatGPT के साथ लॉन्च कर दिया है और वहीं दूसरी तरफ Open AI ने ChatGPT को सब्स्क्रिप्शन बेस्ड बना दिया है। वैसे उजर्स को इसका फ्री वर्ज़न भी मिल रहा है, लेकिन फ्री वर्ज़न मे कई सारी दिकतों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे मे उजर्स इस सर्विस को फ्री में इस्तेमाल करने के लिए Microsoft Bing पर आएंगे, इस तरह से माइक्रोसॉफ्ट Google को सर्च मार्केट में टक्कर दे पाएगा।
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