दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि क्या UPI पर पैसे कटेंगे, क्या डिजिटल लेनदेन में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाली यूपीआई (UPI) के जरिए भुगतान करने पर आपको 1.1% का चार्ज देना होगा ? और साथ ही आपको बात दें कि कई मीडिया रेपोर्ट्स के द्वारा दावा किया जा रहा है कि 1 अप्रैल 2023 यानि अगले महीने से 2000 रुपए से ज्यादा पेमेंट करने पर 1.1% का शुल्क लगेगा, हालांकि इसपर फ़ाइल रहे अफवाह को दूर करते हुए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने अपनी तरफ से इसे स्पष्ट करते हुए कहा है कि ये सच नहीं है बाकी हां और आपको बताएंगे कि सच क्या है और ये अफवाह फैलने के पीछे क्या कारण है और ये बात कहाँ तक सच है, तो चलिए आपको हम विस्तार पूर्वक बताते हैं कि आखिर इसके पीछे कि सच्चाई क्या है -
दोस्तों आज कि तारीख में आपको कुछ भी खरीदारी करने के लिए ना तो कैश कि जरूरत है और ना ही कार्ड कि अगर आपका मोबाईल फोन आपके हाथ में है तो आप कहीं भी अपने मन के अनुसार जितनी चाहें उतनी कि खरीदारी कर सकते हैं शर्त ये है कि आपके फोन में यूपीआई चालू होना चाहिए, शायद आपको पता होगा कि लॉक डाउन (COVID-19) के बाद से लोगों को यूपीआई पेमेंट कि ऐसी आदत लगी है कि लोग कैश पेमेंट को भूल ही गए हैं, मोबाईल कि इस क्रांति के दौर में हम कोई भी छोटी बड़ी खरीददारी के लिए Online पेमेंट करते हैं, यूपीआई पेमेंट को लेकर खबर आई है कि ये महंगा होने जा रहा है जिसके बारे में जानने के लिए हमने आपको कुछ महत्वपूर्ण भागों में बिल्कुल सरल भाषा में बताया है, तो चलिए जानते हैं -
NPCI कि मानें तो UPI के जरिए भुगतान आने वाले दिनों में भी फ्री और आसान रहने वाला है, और इससे ग्राहकों को कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है, यह पहले कि तरह ही पूरी तरह मुफ़्त रहने वाला है, इससे पहले कुछ मीडिया रेपोर्ट्स में कहा गया था कि 1 अप्रैल से 2000 रुपए से ज्यादा के लेनदेन पर आपको 1.1 फीसदी शुल्क देना पड़ेगा। डिजिटल भुगतान में यूपीआई कि ही हिस्सेदारी सबसे जायदा होती है। इस कदम से यूपीआई भुगतान को लेकर बाद झटका लगता और इसी बात को लेकर ग्राहकों में सबसे ज्यादा चिंता बढ़ रही थी, हालांकि NPCI ने अब इस बारे में अपनी और से ये साफ कर दिया है कि "हम ग्राहक से किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूलेंगे" आम जनता जैसे शुरुवात से ही यूपीआई को फ्री में इस्तेमाल करते आए हैं वैसे आने वाले दिनों में भी कर पाएंगे, इसेके लिए उससे किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा ।
1. किसे देना होगा चार्ज ?
यूपीआई पर लगने वाला चार्ज का प्रस्ताव सिर्फ वॉलेट /पिपीआई (Wallet/PPI) के लिए है, इसका मतलब है कि यदि आप अपने वॉलेट /पिपीआई से 2000 से ज्यादा ट्रैन्सैक्शन करते हैं तो आपको इसके लिए इन्टर्चेन्ज फीस देनी पड़ सकती है लेकिन इसका एक नियम ये भी है कि यह चार्ज सिर्फ मर्चेन्ट को लगेगा यानि अगर आप पेमेंट इन्सटूमेंट जैसे कि वॉलेट या क्रेडिट कार्ड से यूपीआई पेमेंट करते हैं तो आपको इन्टर्चेन्ज चार्ज देना होगा।
यह चार्ज आपके द्वारा मर्चन्ट को किये गए कुल पेमेंट का 1.1. फीसदी होगा। वो भी तब जब आपके द्वारा किया गया ट्रैन्सैक्शन अमाउन्ट 2000 से अधिक होगा। यह प्रोसेस बिल्कुल वैसा ही है जैसा डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के केस में होता है , बैंक तो बैंक ट्रैन्सैक्शन अभी भी फ्री है इसके लिए आपको किसी भी तरह का कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ेगा।
2. कब लगेगा चार्ज ?
नैशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपने सर्कुलर में सुझाव दिया है कि 2000 रुपए से अधिक के यूपीआई ट्रांजेक्शन करने पर आपको 1.1% का चार्ज लगेगा, साथ ही यह सुझाव भी दिया है कि यूपीआई से मर्चेन्ट ट्रांजेक्शन पर प्रीपैड पेमेंट इन्स्ट्रूमेंट्स यानि PPI फीस लागू हो सकता है। NPCI के सर्कुलर के मुताबिक 2000 रुपए से अधिक कि रकम के यूपीआई ट्रांजेक्शन पर आपको 1.1 फीसदी चार्ज देना पड़ सकता है। इस खबर के आने के बाद लोगों के मन में कई सवाल उठने लगे हैं सवाल ये है कि क्या इस फैसले के बाद यूजर के लिए यूपीआई ट्रांजेक्शन करना महंगा हो जाएगा ? क्या ये चार्ज सभी तरह के पेमेंट पर लगने वाला है या फिर किसी खास सेगमेंट पर इसका असर ग्राहकों के उपेर पड़ने वाला है ?
तो इसी बात को अस्पष्ट करते हुए NPCI ने अपने सर्कुलर में कहा है कि इस बदलाओ का ग्राहकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, और ना ही ग्राहकों को कोई अतिरिक्त चार्ज देना पड़ेगा। आपके बैंक खातों से जुड़ी कोई भी लेनदेन करने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा वह पहले कि तरह ही बिल्कुल मुफ़्त होगा। यह शुल्क केवल PPI वॉलेट पर होगा जिसका भुगतान मर्चेन्ट करेगा ग्राहकों के लिए इसपर कोई शुल्क नहीं है।
क्या महंगा हो जाएगा यूपीआई पेमेंट ?
NPCI के द्वारा जारी किये गए सर्कुलर के मुताबिक ये चार्ज मर्चेन्ट यूपीआई ट्रांजेक्शन पर लगाया जाएगा। यानि कि ये चार्ज बैंक और प्रीपैड वॉलेट के बीच होने वाले पियर टू पियर (P2P) और पियर टू मर्चेन्ट (P2M) के ट्रांजेक्शन पर लागू नहीं होगा। यानि अगर आप एक ग्राहक हैं तो आपको चिंता करने कि कोई जरूरत नहीं है। आप बिना किसी परेशानी और चिंता के यूपीआई का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको कोई अतिरिक्त शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा, सीधे शब्दों में कहें तो UPI पेमेंट बिल्कुल फ्री था और आगे भी रहेगा। आपके लिए इसमें कोई बदलाओ नहीं हुआ है और बैंक ट्रांसफेर में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है।
क्या आम जनता पर होगा इसका असर ?
इन्टर्चेन्ज चार्ज लगने पर आम व्यक्ति के जेब पर कोई असर नहीं होगा, इन्टरचेंज चार्ज का भुगतान मर्चेन्ट कि और से वॉलेट या कार्ड जारीकर्ता को किया जाता है। ऐसे में 2000 रुपए से काम का भुगतान करने वाले मर्चेन्ट पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। इस सर्कुलर के मुताबिक अगर आप अपने प्रीपैड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट जैसे पेटीएम, फोनपे जैसे कंपनी को रेमिटर बैंक को ट्रांजेक्शन लोड करने के लिए 15 बेसिस पॉइंट का पेमेंट करना होगा।
कौन सा ऑप्शन हमारे लिए सही है ?
NPCI के अपने सर्कुलर में कहा है कि बैंक अकाउंट और प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट(PPI) के बीच पीयर-टू-पीयर और पीयर-टू-पीयर-मर्चेंट में किसी तरह के ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। सर्कुलर में पी2पी, पी2एम ट्रांजैक्शन पर इसे लागू नहीं करने की बात कही गई है। अगर आपने किसी व्यक्ति को या किसी दुकानदार को पेमेंट करते हैं और पेमेंट का विक्लप बैंक अकाउंट चुनते हैं तो आपको कोई चार्ज देना देना होगा। यानी बेहतर है कि किसी भी तरह के चार्ज से बचने के लिए यूपीआई पेमेंट करते वक्त बैंक अकाउंट का ऑप्शन चुनें।
अपनी कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए इसे समझें -
इन्टरचेंज चार्ज पेमेंट सेवा प्रदाताओं कि और से वालेट जारीकर्ताओं जैसे कि बैंकों को दिया जाता है, यह वॉलेट खास तौर से पेटीएम, फोनपे, गूगलपे, जैसे ऑनलाइन भुगतान साधक हैं। यहां खबर को अगर एक लाइन में समझे तो आपपर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। आपको वॉलेट से भी ट्रांजैक्शन पर भी कोई चार्ज नहीं देना होगा। ये पूरी तरह से बैंक और दुकानदार (मर्चेंट) के बीच का मामला है। यूपीआई ने आप पेमेंट करते हैं तो आपको कोई चार्ज नहीं लगेगा। अगर वॉलेट से भी करते हैं तो भी कोई चार्ज नहीं लगेगा। ये चार्ज दुकानदार, जिसके स्कैनर पर आपने पेमेंट किया है उसके और उसके बैंक के बीच का मामला है। दुकानदार (मर्चेंट) के लिए 1 अप्रैल से ये महंगा हो जाएगा। UPI क्यूआर के जरिए जब पैसे दुकानदार के बैंक खाते में जाएंगे, उसी क्रम में उस रकम पर 1.1 फीसदी का इंटरचेंज चार्ज उसे देना होगा।
Conclusion
दोस्तों मैने आज आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताया है कि "क्या 1 अप्रैल से यूपीआई पेमेंट करने पर पैसे काटेंगे ?" और साथ ही इसके बारे में पूरी जानकारी दिए हैं आसान भाषा में आपको हमने बताया है कि "क्या UPI पर पैसे काटेंगे ?" और अगर आप भी गूगल में सर्च करते हैं "kya 1 april se upi transaction karne par paise katenge" तो आशा करते हैं आपको आपका बेहतरीन उत्तर मिला होगा, अगर पोस्ट पसंद आई तो अपने दोस्तों तक भी पहुंचाएं, आउट भी ऐसे नए नए जानकारी के लिए हमारी वेबसाईट
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