दोस्तों अगर आप भी अपने मोबाईल या कंप्युटर में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपने कभी न कभी VPN (Vertual Private Network) का नाम जरूर सुना होगा, और आपको ये भी पता होगा की आजकल VPN (Vertual Private Network) काफी डिमांड में है क्यूंकी आजकल लगभग हर जगह इसका इस्तेमाल हो रहा है, और शायद आपने भी इसका इस्तेमाल किया हो, और जहां भी इंटरनेट की सुरक्षा की बात होती है तो वहाँ पर क्रेडिट कार्ड का नाम सबसे पहले आता है लेकिन क्या आपको इसके बारे में कोई जानकारी है ?
अगर नहीं, तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं क्यूंकी यहाँ पर हम आपको VPN (Vertual Private Network) के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे, ताकि आप किसी भी जानकारी से वंचित न रहें और हम आपको इसी तरह की जानकारी इस वेबसाईट पर देते रहते हैं और अगर आप हमारे आर्टिकल को सबसे पहले पढ़ना चाहते हैं तो हमें आप गूगल न्यूज पर फॉलो कर सकते हैं।
VPN क्या है?
VPN यानि Vertual Private Network एक ऐसी Network Technology है, जो हमारे द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला असुरक्षित नेटवर्क कनेक्शन को एक सुरक्षित नेटवर्क कनेक्शन में बदलकर हमें सुरक्षा प्रदान करता है, साथ ही यह हमारे वास्तविक लोकैशन (Location) और पहचान (Identity) को छुपने में हमारी मदद करती है, यानि की एक तरह से हम कह सकते हैं की VPN हमारी पहचान को पूरी तरह गोपनीय (Hide) रखता है, और जब भी हम अपने फोन या कंप्युटर में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो यह हमारे डाटा को हैक होने से बचाता है, साथ ही एक VPN की मदद से हम किसी भी प्रतिबंधित वेबसाईटों और सेवावों तक पहुँचने में हमारी मदद करता है। VPN के और भी की काम है जिसके बारे में हम आपको आगे बताएंगे और इसके कुछ फायदे और नुकसान के बारे में भी आपको बताएंगे।
VPN कैसे काम करता है ?
VPN का काम है आपके उपकरण से इंटरनेट तक जो कनेक्शन बनता है उसे सुरक्षा प्रदान करना, इसे हम एक उदाहरण के तौर पर समझते हैं -
जब भी आप अपने मोबाईल या कंप्युटर में इंटरनेट चलाने के लिए किसी वेब ब्राउजर में जाते हैं और वहाँ पर किसी सर्च इंजन में किसी वेबसाईट का यूआरएल डालकर इन्टर करते हैं तो सबसे पहले आपका रीक्वेस्ट आपके ISP यानि Internet Service Provider के पास जाती है,
जहां आपकी सारी डिटेल्स जैसे :- अनलाइन आइडेंटिटी, डिवाइस आइडी, लोकैशन और डट रीक्वेस्ट जैसी सारी डिटेल्स चेक की जाती है उसके बाद आपको उस वेबसाईट के सर्वर से जोड़ा जाता है, जिसके बाद आपके और उस सर्वर के बीच जो भी डाटा का आदान प्रदान होता है वो सारी चीजें उस ISP के जरिए होता है जिससे आपका डाटा असुरक्षित रहता है यानि आपका कोई भी डाटा गोपनीय नहीं रहता है, जिससे आपका नेटवर्क भी पूरी तरह से सिक्युर नहीं रहता है जिससे हर पल हमारा डाटा चोरी होने का खतरा रहता है, साथ ही Restriction भी एक समस्या है जो की आपको किसी भी ब्लॉक्ड वेबसाईट को एक्सेस करने से रोकता है, कुल मिलाकर कहा जाए तो तो आपको उससे होने वाली Freedom, Privacy और security जैसे समस्याओं को झेलना पड़ता है लेकिन आप एक VPN से इन सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है, क्यूंकी इसका
Procedure (कार्यप्रणाली) सबसे अलग है, अगर आप जानना चाहते हैं की कैसे तो चलिए आपको समझते हैं -
VPN की कार्य प्रणाली
जैसे की मान लीजिए आप किसी स्मार्टफोन या कंप्युटर के ब्राउजर में कोई वेबसाईट जैसे www.smartpku.com को खोलना चाहते हैं तो जैसे ही आप www.smartpku.com को टाइप करेंगे और सर्च करेंगे आपकी Request सीधे VPN Server के पास जाएगी और आपके फोन से जो रीक्वेस्ट के रूप में Data Traffic जाएगा वह पूरी तरह से Encrypted होगा, और वह एक सीक्रिट Tunnel के द्वरा भेजा जाएगा साथ ही आपकी अनलाइन आइडेंटिटी बिल्कुल गुप्त रहेगी क्यूंकी डाटा ट्राफिक अब आपके स्मार्टफोन की बजाय सीधे VPN सर्वर से भेजा जाएगा,
लेकिन जैसे ही आपका डाटा VPN Server के पास जाएगा वह अपने आप decrypt हो जाएगा और उसके बाद आपका VPN आपकी request को सीधे www.smartpku.com के सर्वर पर भेजेगा और वहाँ से जवाब प्राप्त कर के उसे फिर से Encrypt कर देगा और अपने सुरक्षित कनेक्शन के जरिए आपके फोन तक भेज देगा, अब आपके फोन में जो VPN सॉफ्टवेयर या अप्पलीकेशन है वह उस डाटा को Decrypt कर देगा ताकि आप उसे Access कर पाए, उसे देख पाए और उसे पढ़ सकें और इस प्रोसेस से आपके ISP (Internet Service Provider) को भी पता नहीं चलेगा की आपने किस वेबसाईट पर विज़िट किया और वहाँ पर आपने क्या क्या Activities किया।
VPN Protocol क्या है ?
इंटरनेट में कई ऐसे प्रोटोकॉल का उपयोग होता है, और वर्तमान में विपिएन सेवा प्रदाताओं द्वारा इन VPN Protocols का उपयोग किया जा रहा है जैसे :- PPTS,SSTP,L2TP/IPSec,IPSec e.t.c..
VPN प्रोटोकॉल नियमों का वह सेट है जो VPN Client और VPN Server के बीच कनेक्शन स्थापित करने के लिए उपयोग किया जाता है, ताकि VPN Client और VPN Server के बीच सुरक्षित रूप से डाटा का आदान प्रदान हो सके,
VPN कैसे इस्तेमाल करें ?
VPN का इस्तेमाल करना बहुत आसान है सबसे पहले आपको एक अच्छा स VPN Service Provider का चुनाव करना है, और उसकी वेबसाईट पर जाकर अपने सिस्टम या स्मार्टफोनए के अनुसार VPN सॉफ्टवेयर को डाउनलोड कर लेना है, अगर आप एक स्मार्टफोनए इस्तेमाल कर रहे हैं तो Google Playstore या App Store से मोबाईल ऐप को डाउनलोड कर लेना है, वहीं आप पाने सिस्टम में चाहे तो chrome ब्राउजर में एक Extension को Add कर लेना है, उसके बाद आपको अपना एक VPN Account बना लेना है फिर उसमें आपको लॉगिन करना है और अपना Lisence Activate कर लीजिए और इस तरह से आपका VPN इस्तेमाल करने के लिए तैयार हो चुका है,
अब आपको सिर्फ अपना मनपसंद VPN Server और location Select करना है और इंटरनेट की दुनियाँ से कनेक्ट हो जाना है, जहां न कोई आपको पहचान सकता है और न ही आपके ऊपर कोई नजर रख सकता है और नया ही कोई आपका डट चोरी कर सकता है, न ही आपको कोई किसी भी ब्लॉक वेबसाईट तक पहुँचने से रोक सकता है, एक तरह से कहें तो आप पूरी तरह स्वतंत्र होकर इंटरनेट का आनंद ले सकते हैं, और आप इंटरनेट की दुनिया की आजादी (Freedom of Internet) को दिल से महसूस कर सकते हैं। इसके और भी ऐसे कई फायदे हैं जिसे आपको निचे बताया गया है, उन सभी का लाभ आप उठा सकते हैं,
VPN के फायदे
वैसे तो VPN के कई फायदे हैं उन सभी का जिक्र सकर्ण तो पॉसिबल नहीं है लेकिन आज में आपको मुख्य 5 फायदे के बारे में बतात हूँ -
1. Privacy
अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय अपनी प्राइवसी (Privacy) को लेकर चिंतित रहते हैं तो आपके लिए एक विपिएन एक बहुत अच्छा विकल्प है, क्यूंकी VPN हमें हमारी वास्तविक Location और Identity को छुपने में हमारी मदद करता है, साथ ही VPN हमारी IP Address को भी छुपा देता है, जिससे हम पूरी तरह से सुरक्षित हो जाते हैं और हम एक Anonymous रहकर अपना काम करते हैं, इसका मतलब हम जो भी वेबसाईट विज़िट कैट हैं या कुछ भी इंटरनेट पर सर्च करते हैं उसे कोई भी नहीं देख सकता है, साथ ही एक VPN हमारी डाटा को Encrypy कर देता है जिससे कोई भी हैकर उसे Access नहीं कर पाता है और हमारी Privacy को कोई हानी नहीं होता है।
2. Security
इंटरनेट की एक खुली सच्चाई ये भी है की यहाँ पर आने वाले दिनों में Online फ्रॉड , Spam, Hacking, और डाटा की चोरी की जैसी की समस्या भी बढ़ने वाली है, ऐसे में अगर आप एक Secure वीपीएन का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपको एक seccure कनेक्शन उपलब्ध करवाता है, साथ ही यह आपके डाटा को Encrypt कर के आपको हैकर का शिकार होने से बचाता है।
3. High Performance
अगर आप रेगुलर इंटरनेट चलते हैं और अधिकतर ब्राउजर कस इस्तेमाल करते हैं तो कभी न कभी आपने Slow Internet Speed का अनुभव जरूर किया होगा, जब भी आप इंटरनेट का इस्तेमाल अपने ब्राउजर में करते हैं तो कभी कभी वह बहुत ही शिमि गति से खुलता है इसका मुख्य कारण है Bandwidth Throttling. जिसके वजह से आपका इंटरनेट बहुत स्लो हो जाता है।
Bandwidth Throttling या Data Throttling - यह आपके इंटरनेट को काफी स्लो कर देता है जिससे आपके इंटरनेट ब्राउजर की स्पीड काम हो जाती है क्यूंकी इससे आपके इंटरनेट ब्राउजर की पेरफ़ॉर्मेंस पर काफी बुरा असर पड़ता है।
ऐसी स्तिथि में अगर आप VPN का इस्तेमाल करते हैं तो उसकी मदद से इस समस्या को दूर किया जा सकता है, क्यूंकी VPN आपके इंटरनेट ट्राफिक को इंक्रीपट (Incrypt) कर देता है जिससे आप अपने इंटरनेट ब्राउजर में हाई पेरफ़ॉर्मेंस मिलता है और आप स्मूद इंटरनेट का आनंद ले सकते हैं।
4. Bypass Restriction
VPN Internet Service Protocol (ISP) द्वारा लगाए गए Restriction को Bypass करके कोई भी प्रतिबंधित सेवाओं को Access करने की अनुमति देता है, साथ ही Geographical Restriction को भी Bypass कर देता है, जिससे आप उन Websites को भी Access कर सकते हैं, जो आपके देश में प्रतिबंधित है। अब इसको एक उदाहरण के तौर पर समझते हैं -
अब मान लो कि मैं इस आर्टिकल की Visiblity को सिर्फ भारत पर सेट कर दूँ तो यह आर्टिकल सिर्फ भारत के लोग ही देख पाएंगे, ऐसे ही कई देश अपने हजारों वेबसाईट को सिर्फ अपने देश पर सेट कर के रकते हैं जिसे आप चाहकर भी access नहीं कर सकते हैं लेकिन अगर आप एक अच्छा VPN का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपके लिए यह संभव हो जाएगा आप एक VPN की मदद से किसी भी देश में Restricted वेबसाईट को आसानी से एक्सेस कर पाएंगे।
5. Freedom of Internet
अगर आप इंटरनेट की आजादी में विश्वास रखते हो तो आपके लिए VPN आपके लिए वरदान साबित होने वाला है, क्यूंकी VPN आपको सेंसोरशिप से बचाते हैं और आप पूरी आजादी के साथ इंटरनेट का इस्तेमाल करने में मदद करता है, अगर आप और भी ऐसे जानकारी चाहते हैं त बस आप एक बार इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें -
VPN कब और कैसे इस्तेमाल करना चाहिए ?
जब आप कोई पर्सनल चीजों को इंटरनेट पर देखते है या उसका उपयोग करते हैं तो आपको विपिएन का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे कि - अपना क्रेडिट कार्ड या बैंक संबंधी दस्तावेज देख रहे हो तो आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए।
VPN का उपयोग क्यों करना चाहिए ?
VPN का इस्तेमाल इसलिए करना चाहिए ताकि आप इंटरनेट में पड़े हजारों malware से सुरक्षित रहें ओर वो आपके डाटा को न देख पाए जिससे आपका नुकसान हो सकते हैं, इसलिए हमें VPN का इस्तेमाल करना चाहिए ।
VPN किसे इस्तेमाल करना चाहिए ?
अगर आप हमेशा इंटरनेट पर अपने फाइनैन्स संबंधी जानकारी ले रहे हो जा उसे एक्सेस करत रहे होते हैं
VPN के नुकसान ?
वैसे देखा जाए तो इसका कोई नुकसान नहीं है लेकिन अगर आपको विपिएन सही से कनेक्ट करना नहीं आता है तो आपको उससे कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है,
क्या VPN सिर्फ कंप्युटर के लिए होता है ?
ऐसा नहीं है कि आप VPN का इस्तेमाल सिर्फ कंप्युटर या लैपटॉप में ही करत सकते है, आप इसका इस्तेमाल अपने एंड्रॉयड मोबाईल, टैबलेट, में भी करत सकते हैं,
क्या VPN मुझे साइबर अपराधियों से बचा सकता है ?
एक तरह से कहा जाए तो हाँ, यह आपको साइबर अपराधियों से सुरक्षित रख सकता है, अगर आप इसका सही से इस्तेमाल करें तो, , हम आपको अगले पोस्ट में बताएंगे कि आप VPN का सही से इस्तेमाल करत सकते हैं।
क्या सभी VPN सुरक्षित होते हैं ?
एक तरह से कहा जाए तो नहीं, क्यूंकी हर VPN सुरक्षित नहीं होता है, कुछ पोपुलर VPN हैं जिसे आप बेफिक्र इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसमें आपको थोड़ा बहुत ऐड देखन पड़ सकता है, नीचे मैंने कुछ पोपुलर VPN का नाम बताया है जिसे आप इस्तेमाल करत सकते हैं ।
Best VPN Servises -
अब सवाल आता है सबसे Best VPN की चुनाओ कैसे करते हैं तो शायद आपको मालूम होगा की अभी के समय में मार्केट में बहुत सारे VPNs मौजूद है, और सबकी अपनी अपनी विशेषताएं होती है, लेकिन आपको सिर्फ ये देखना है कि आप जिस Service के लिए भुगतान कर रहे हैं वो आपको मिल रहा है की नहीं? अगर मिल रहा है तो किस कीमत पर? आप अलग अलग VPNs के बीच तुलना कर सकते हैं और सबकुछ देखने के बाद एक अच्छे और किफायती VPN का चुनाओ कर सकते हैं, साथ ही Device Competiblity, Server Locations और VPN Protocol की भी जानकारी आवश्यक है।
Top 10 VPN Services in 2025